जब कभी भी आपने लोन के लिए अप्लाई किया होगा या लोन लेने के बारे में सोचा होगा आपको सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर के बारे में पता चला होगा कि आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। पढ़ें कि सिबिल स्कोर क्या है क्यों ख़राब होता है। अब आपको कोई लोन मिला या नहीं मिला लेकिन इससे आपको हाई क्रेडिट स्कोर या हाई सिबिल स्कोर के महत्व के बारे में पता चल गया होगा। आपको पता होना चाहिए कि एक अच्छा सिबिल स्कोर 700 से 800 के बीच में होना चाहिए। बहुत से लोगों के मन में यह सवाल आतें है कि How to increase cibil score ( सिबिल स्कोर अच्छा कैसे करें या बढ़ाएं ? ) या How to improve cibil score यदि आप भी कम सिबिल स्कोर की परेशानी झेल रहे हैं तो हम आपको यहाँ ऐसी अच्छी 8 आदतें बताने वाले हैं जिससे आपका सिबिल स्कोर हाई हो सकता है। इससे पहले आपको बता दें कि यदि आपका सिबिल स्कोर 700 से 800 के बीच में होता है तो आपको जल्दी और आसानी से ऋण मिलने की संभावना होती है और कई बार आपको कम ब्याज दर भी लोन मिल जाता है।
Apna cibil score kaise badhaye ? | cibil score kaise badhaye in hindi ?
8 ऐसी आदतें जिन्हें अपनाने से आपका सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर बढ़ सकता है। यहाँ आपको बताने वालें हैं कि सिबिल स्कोर या Credit score kaise badhaye
1. समय पर किश्त का भुगतान - सबसे पहली अच्छी आदत ये है कि सबसे पहले अपने आप को समय का पाबंद बनाये जो भी काम करें समय रहते समय पर करें। ऐसे ही जब भी आप कोई भी लोन लेते हैं या अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करतें हैं तो हमेशा समय पर किश्त का भुगतान करें। समय पर किश्त का भुगतान करते रहने से आपके क्रेडिट स्कोर में एक सुधार होगा और आपका सिबिल स्कोर हाई होगा। जब कभी भी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट देखी जाएगी तो उन्हें आप एक जिम्मेदार व्यक्ति दिखाई देंगे।
2. कम से कम क्रेडिट का उपयोग - आपने देखा होगा कई लोग क्रेडिट कार्ड का उपयोग बहुत ज्यादा करने की आदत बना लेते हैं। हालांकि क्रेडिट कार्ड कंपनी की तरफ आपको पूरी क्रेडिट लिमिट उपयोग करने की छूट रहती है लेकिन ये गलत आदत है। आप अपनी जरुरत के हिसाब से ही क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें उसका समय पर भुगतान करें। बार-बार क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने से यह सिद्ध होता है कि आपके पास हर वक़्त पैसे की कमी रहती है और जिससे आपको बार-बार क्रेडिट कार्ड उपयोग करने की जरुरत पड़ती है। यदि आप 30 या 40 % से ज्यादा अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करतें है तो ये आदत आपका सिबिल स्कोर गिरा सकती है।
3. सिबिल स्कोर चेक करते रहना - आप समय-समय पर अपने क्रेडिट स्कोर की जाँच करते रहें जिससे उसमें जो भी कमियां हैं उन्हें आप समय पर पूरा कर सकें। इस पढ़ें सिबिल स्कोर कैसे चेक करें ?
4. क्रेडिट डाइवर्सिटी - यदि आप केवल एक ही प्रकार से क्रेडिट या ऋण लेते हैं जैसे क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना और भुगतान करना ये आपके क्रेडिट स्कोर पर इतना अच्छा प्रभाव नहीं डालेगा क्यूंकि ये अनसिक्योर्ड लोन की श्रेणी में आता है, आपको अपने लोन लेने के तरीके में क्रेडिट डाइवर्सिटी लानी चाहिए जैसे मोर्टगेज लोन जैसे अन्य सिक्योर्ड लोन के तरीकों को अपनाना चाहिए।
5. क्रेडिट कार्ड के बिल का पूरा भुगतान - कई उधार देने वाली संस्थाएँ जैसे - Banks और NBFC, अपने ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड )के मंथली बिल के भुगतान के लिए मिनिमम पेमेंट का ऑप्शन देतीं हैं। इसका मतलब ये है कि यदि आप अपने मंथली बिल का पूरा अमाउंट Pay नहीं कर पा रहें हैं तो आप एक मिनिमम पेमेंट ( मंथली बिल का एक छोटा सा हिस्सा है ) कर सकतें हैं और पेनालटीस से बच सकतें हैं। बहुत सारे लोग मिनिमम पेमेंट के ऑप्शन का यूज़ करते हैं। लेकिन ये क्रेडिट स्कोर के लिए सही नहीं है। क्यूंकि मिनिमम पेमेंट करके पेनालटीस से बच सकते हैं लेकिन मिनिमम पेमेंट करने के बाद आपको मंथली बिल के बचे हुये अमाउंट पर ब्याज देना होता है। मिनिमम पेमेंट के ऑप्शन पर लगातार भरोसा करने से ऋण की मूल रकम बढ़ती जाती है और उस पर ब्याज भी ज्यादा देना होता है जिससे क्रेडिट स्कोर पर बुरा प्रभाव पड़ता है और क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर कम होता है।
6. महत्वपूर्ण क्रेडिट खातों को खुले रखना - यदि आपका कोई ऐसा क्रेडिट खाता है जैसे:- क्रेडिट कार्ड, जिससे आप ऋण लेते हैं और उसका समय पर भुगतान करते हैं। इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर अच्छा प्रभाव पड़ता है लेकिन इस तरह के अच्छे मेन्टेन होने वाले खातों में से किसी भी एक बंद कर देना, क्रेडिट स्कोर को कम कर सकता है।
7. किसी व्यक्ति के लिए लोन गारंटर न बने - कई बार कुछ लोग लोन के लिए आपसे लोन गारंटर बनने की Request कर सकते हैं, लेकिन आपको हमेशा किसी व्यक्ति के लोन का गारंटर बनने से बचना है क्यूंकि यदि वह व्यक्ति अपना ऋण समय पर नहीं देता है तो इससे उसका सिबिल स्कोर तो कम होगा साथ ही आपके क्रेडिट स्कोर पर भी कुछ न कुछ बुरा प्रभाव पड़ेगा।
8. सिबिल स्कोर की Hard Enquiries रोकें - जब आप सिबिल से अपने क्रेडिट स्कोर की रिपोर्ट मांगते हैं तो इसे Soft Enquiries कहते हैं लेकिन जब आपकी यही सिबिल रिपोर्ट, Banks और NBFC के द्वारा CIBIL से मांगी जाती है तो यह Hard Enquiries कहलाती है। यह Hard Enquiries, सिबिल रिपोर्ट पर बुरा प्रभाव डालती है इसीलिए एक ही समय में बहुत सारे Banks और NBFC's में Loan के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए क्यूंकि फिर ये सारे Banks और NBFC's एक साथ आपके सिबिल स्कोर के लिए Hard Enquiries करतीं है जिससे आपका क्रेडिट स्कोर कम होता है।
अच्छा सिबिल स्कोर बनने में समय और मेहनत लगती है यदि आप ऊपर बताई गई इन अच्छी 8 आदतों को अपना लेते हैं तो आप अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकतें हैं। हमें विश्वास है कि आज का ये आर्टिकल How to improve cibil score or credit score by these 8 habits . यदि आपके मन में इससे संबंधित कोई सवाल आ रहें हैं तो आप हमसे नीचे कमेंट करके पूछ सकतें हैं।