shayari wala

shayari wala

आँखो की चमक और पलकों की शान हो तुम,चेहरे की हँसी और मुस्कान हो तुम,
इस दिल की धड़कन और मेरी गुमान हो तुम,
कैसे बताऊँ मेरी जान हो तुम

shayari wala



---


दिल उदास हो तो बात कर लेना,
दिल चाहे तो मुलाकात कर लेना,
हम रहते हैं आपके दिल में,
वक्त मिले तो तलाश कर लेना।।


---


कभी दिमाग, कभी दिल
कभी नजर में रहो
ये सब तुम्हारे ही घर हैं
किसी भी घर में रहो।


---


बे इख्तियार मेरी जिंदगी का तुम्हें इख्तियार दिया था,
तुम भूल जाओ मगर मुझे याद है मैंने तुम्हें प्यार किया था


---


तुम बिन सांसे तो चलती हैं,
लेकिन महेसूस नहीं होती


---


आईना देखोगे तो मेरी याद आयेगी,
साथ गुजारी वो मुलाकात याद आयेगी,
पल भर के लिए वक्त ठहर जायेगा,
जब आपको मेरी कोई बात याद आयेगी।


---


कुछ हदें हैं मेरी कुछ हदें हैं तेरी..!!
लेकिन दायरों में भी इश्क़ होता है


---


ना मैं तुम्हारी आदत,
ना मैं तुम्हारी जरुरत होना चाहूं,
बस जिंदगी की भाग दौड़ में कभी जो याद आऊं,
मुस्कुराहट की तेरी वजह होना चाहूं.


---


इन नजरों में वफ़ा के उजाले कई थे,
मोहब्बत के दर्द को समझने वाले कई थे..
आपकी अदाएं कुछ इस तरह पसंद आई,
वरना तेरे शहर में दिलवाले भी कई और थे


---


ये याद है तुम्हारी या यादों में तुम हो,
ये ख्वाब हैं तुम्हारे या ख्वाबों में तुम हो,
हम नही जानते हमें बस इतना बता दो,
हम जान हैं तुम्हारी या हमारी जान तुम हो


---


छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।


---


अपने हाथों से तेरी मांग सजाऊं
तुझे मैं मेरी किस्मत बनाऊं
हवा भी बीच से गुज़र ना सके
हो इजाजत तो इतने करीब आऊं !


---


मुमकिन नहीं है किसी और से दिल लगना,
तुमसे प्यार ही इतनी शिद्दत से करते हैं।।


---


सुबह में देखूं शाम में देखूं
तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं मैं
तेरा चेहरा मैं सारे जहां में देखूँ


---


वो मेरे हाल पर रोया भी मुस्कुराया भी,
अजीब शख्स है अपना भी है पराया भी.!


---


कोई नफरत कर बैठा मुझसे,
और कोई प्यार कर बैठा है,
किसी को यकीन नहीं मेरी
और कोई ऐतबार कर बैठा है,
कितनी अजीब है ये दुनिया,
कोई मिलना नहीं चाहता
और कोई इन्तजार कर बैठा है


---


याद नही कुछ पर याद जैसा कुछ तो है,
दरम्यान तेरे मेरे प्यार कैसा कुछ तो है।


---


मोहब्बत में नशा तेरे इंतजार का है
इस दिल में नशा तेरे दीदार का है
ना होश में ला मुझे मदहोश ही रहने दे,
मेरे इन नैनो में नशा तेरे प्यार का है


---


काश मैं पानी होता और तू प्यास होती,
न मैं खफा होता और न तू उदास होती,
जब भी तुम मेरी निगाहों से दूर होते,
मैं तेरा नाम लेता और तू मेरे पास होती।


---


पहली मोहब्बत मेरी हम जान न सके,
प्यार क्या होता है हम पहचान न सके,
हमने उन्हें दिल में बसा लिया इस कदर कि,
जब चाहा उन्हें दिल से निकाल न सके !


---


मीठी मीठी यादें पलकों पे सजा लेना,
एक साथ गुजारे पल को दिल में बसा लेना,
नजर न आऊं हकीकत में अगर,
मुस्कुराकर मुझे सपनो में बुला लेना।


---


तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में,
मसला सिर्फ मोहब्बत का ही नही फिक्र का भी है.


---


बस यूँ ही मेरे मुस्कुराने की
तुम वजह बने रहना,
जिंदगी में न सही,
मगर मेरी जिंदगी बने रहना।


---


गुज़र गया वो वक़्त
जब तेरी हसरत थी मुझको,
अब तू खुदा भी बन जाए
तो भी तेरा सजदा ना करू


---


एक सपने की तरह सजा कर रखूं,
अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखूं,
मेरी तकदीर मेरे साथ नही वरना,
जिंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखूं।


---


इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है…
दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है


---


कभी हंसाता है ये प्यार,
कभी रुलाता है ये प्यार,
हर पल की याद दिलाता है ये प्यार,
चाहो या न चाहो पर आपके होने का,
एहसास दिलाता है ये प्यार।


---


तेरे हुस्न को परदे की जरुरत ही क्या है,
कौन होश में रहता है तुझे देखने के बाद !


---


अंदाजा मेरी मोहब्बत का
सब लगा लेते हैं,
जब तुम्हारा नाम सुनकर
हम मुस्कुरा देते हैं।


---


मेरी आंखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मै हूं, मेरी पहचान हो तुम,
मैं जमीन हूं अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।


---


हो जाऊं तुमसे दूर फिर मोहब्बत किससे करूं,
तुम हो जाओ नाराज़ फिर शिकायत किससे करूं,
इस दिल में कुछ भी नही तुम्हारी चाहतों के सिवा,
अगर तुम्हे भी भुला दूं तो फिर प्यार किससे करूं।


---


इस क़दर बेताब हूँ तेरे इंतजार को
तूने तो कुछ भी न समझा मेरे इस बेइंतहां प्यार को,
ऐ मेरे मोहब्बत तेरी हरकतें भी लाहजवाब है,
न तू मेरी हुई न अपने किसी यार को


---


रोज साहिल से समंदर का नज़ारा न करो,
अपनी सूरत को शबो-रोज निहारा न करो,
आओ देखो मेरी नजरों में उतर कर खुद को,
आईना हूं मैं तेरा मुझसे किनारा न करो।


---


अमल से भी मांगा वफा से भी मांगा,
तुझे मैंने तेरी रज़ा से भी मांगा,
न कुछ हो सका तो दुआ से भी मांगा,
कसम है खुदा की खुदा से भी मांगा।


---


करूं तेरा ज़िक्र या एहसासों में रहने दूं
करूं तुझे महसूस या धड़कन में बहने दूं
तुझे लफ्जों में करूं बयां
या इबादत में रहने दूं.


---


बहुत खूबसूरत वो रातें होती हैं,
जब तुमसे दिल की बातें होतीं हैं !


---


जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर,
तब लोग जिंदा तो होते हैं लेकिन किसी और के अंदर।


---


याद ना दिलाओ वो पल इश्क़ का
बड़ी लम्बी कहानी है,
मैं किसी और से क्या कहूं
जब उनकी ही मेहरबानी हैं

---


ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी
तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी
की बाहों में मिलता है।


---


नींद तो ठीक ठाक आई पर जैसे ही आँख खुली,
फिर वही जिन्दगी और वो पगली याद आई !


---


अगर अपनी किस्मत लिखने का
जरा सा भी हक हो मुझे,
तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं..


---


मौसम बदल गए ज़माने बदल गए,
इन लम्हों को देख लोग बरसों पुराने बदल गए,
दिनभर रहे मेरी मोहब्बत की छाव कुछ इस तरह,
वो लोग धुप ढलते ही ठिकाने बदल गए


---


नशा जो चढ़ा मेरा उतार नही पाओगी,
मोहब्बत को कभी मेरी मार नही पाओगी,
आशिक मेरी जान फिर भी सुधर जाते हैं,
शायर जो बिगड़ा सुधार नही पाओगी


---


कोई जंजीर नहीं फिर भी गिरफ्त मे तेरी रहता हूँ
खता कोई नहीं फिर भी मुजरिम बना रहता हूँ !


---


होठों ने तेरा जिक्र न किया,
पर तेरी आंखे मुझे पैगाम देती हैं,,
हम तो शायर हैं दुनिया से तुझे छुपाएं कैसे,
मेरी हर शायरी तेरा ही नाम लेती है.


---


शौक तो नहीं अब मोहब्बत का हमें,
पर नजरें तुमसे मिली तो हम भी शौकीन हो गये !

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post