दोस्तों जहाँ प्यार होता है वहाँ नाराजगी भी होती है और रूठना-मनाना सब होता है। ये अलग बात है कि नाराजगी प्यार वाली है या सामने वाले के धोखे या घमंड के कारण है या फिर गलतफेहमी के कारण है। खैर जो भी है दोस्तों हमें अपने आपस की नाराजगी को बात करके जल्दी दूर कर लेना चाहिए क्यूंकि नाराजगी का समय जितना लंबा होता जाता है दूरियाँ भी उतनी ही बढ़ती जाती हैं। ऐसे ही आज के इस आर्टिकल में हमने नाराजगी शायरी का और नाराज शायरी का हिंदी में संकलन किया है। आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ कर ही छोड़े आज और अपने दोस्तों के साथ एक-एक शायरी को शेयर करें। Love narazgi shayari images
शिकायतें करनी छोड़ दी हैं मैंने उससे
Narazgi shayari
शिकायतें करनी छोड़ दी हैं मैंने उससे
जिसे फर्क मेरे आँसुओं से नहीं पड़ता
मेरे नाराजगी से क्या होगा
मेरे नाराजगी से क्या होगा
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नाराज़ होकर भी Narajgi न दिखाना
मेरी ये एक अदा है तुमसे नाराज़ होने की
पर तुम समझते ही नहीं
मेरी ये एक अदा है तुमसे नाराज़ होने की
पर तुम समझते ही नहीं
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हम औरों से नहीं बस अपने आप से नाराज़ होते है
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किस बात पर खफा हो,यह जरूर
बता देना। अक्सर दिल में छुपी
नाराजगी से,रिश्तों की डोर
कमजोर हो जाती है।
बता देना। अक्सर दिल में छुपी
नाराजगी से,रिश्तों की डोर
कमजोर हो जाती है।
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नाराज़गी जायज़ है तुमसे,
मगर नफ़रत मुमकिन नही
मगर नफ़रत मुमकिन नही
Narazgi poetry in urdu
बस एक यही बात उसकी मुझे अच्छी
लगती है, उदास कर के भी कहती है
तुम नाराज़ तो नहीं हो ना
लगती है, उदास कर के भी कहती है
तुम नाराज़ तो नहीं हो ना
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हमें डर इस बात का है कि जो हम से नाराज़ है
वो कहीं हम से दूर ना हो जाएँ
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नाराज तो हम पहले भी हुआ करते थे
बस फर्क इतना है पहले तुम मना लिया
करते थे और अब तुम्हे हमारी नाराजगी
की खबर भी नहीं होती
बस फर्क इतना है पहले तुम मना लिया
करते थे और अब तुम्हे हमारी नाराजगी
की खबर भी नहीं होती
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यूँ तो हम रोज तुम्हे याद करते है
दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है
दौर नाराजगी का ख़त्म हो फिर बात करते है
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नाराज़गी भी मोहब्बत की बुनियाद
होती हे,मुलाक़ात से भी प्यारी किसी
की याद होती हे
होती हे,मुलाक़ात से भी प्यारी किसी
की याद होती हे
Narazgi shayari in hindi
तन्हाई से नहीं, हम नाराज़गी से डरते है
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नाराज़गी कभी वहां मत
रखियेगा जहाँ खुद आपको
बताना पड़े की आप नाराज़ हो
रखियेगा जहाँ खुद आपको
बताना पड़े की आप नाराज़ हो
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कभी कभी मेरा मन भी नाराज होने का करता हैं
पर ये सोच के खुश हो जाते हैं मनाएगा कौन
पर ये सोच के खुश हो जाते हैं मनाएगा कौन
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नाराज मत हुआ करो कुछ अच्छा
नहीं लगता है,तेरे हसीन चेहरे पर
यह गुस्सा नहीं सजता है,हो जाती है
कभी कभी गलती माफ कर दिया
करो,चाहने वालों से बेदर्दी यह
नुस्खा नहीं जचता है.
नहीं लगता है,तेरे हसीन चेहरे पर
यह गुस्सा नहीं सजता है,हो जाती है
कभी कभी गलती माफ कर दिया
करो,चाहने वालों से बेदर्दी यह
नुस्खा नहीं जचता है.
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इश्क़ करने की इकलौती शर्त है
दोनों लोगों को नाराज़ होने का हक़ है
Narajgi shayari in hindi
नाराज़ ना होना हमारी बेमतलब की शायरियों से क्योंकि
इन्ही हरकतों से हम हमेशा आपको याद आयेंगे
इन्ही हरकतों से हम हमेशा आपको याद आयेंगे
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नाराज हमसे खुशियाँ ही होती है
गमों के तो इतने नखरे नही होते
गमों के तो इतने नखरे नही होते
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एक नाराज़गी सी है जहन में जरुर
पर मैं खफ़ा किसी से नहीं
पर मैं खफ़ा किसी से नहीं
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ना जाने किसकी नज़र लगी
कुछ ऐसी हमने एक दूसरे को सज़ा दी
ये ज़िंदगी हमने नाराज़गी में ही गुज़ार दी
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हमें नहीं भाता तेरा किसी और को ताकना
फक़त नाराज़गी भी रखिए तो सिर्फ हमसे
फक़त नाराज़गी भी रखिए तो सिर्फ हमसे
Narazgi shayari in urdu
मुद्दतों से था जो नाराज़ मुझसे
आज वही मुझसे मेरी नाराजगी की वजह पूछता है
आज वही मुझसे मेरी नाराजगी की वजह पूछता है
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आज कुछ लिख नही पा रहा
शायद कलम को मुझसे नाराजगी हैं कोई
शायद कलम को मुझसे नाराजगी हैं कोई
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ज़माने से रुठने की जरूरत ही क्यो है
जब मेरे अपने ही मेरे बने रकीब है
जब मेरे अपने ही मेरे बने रकीब है
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नखरे तेरे, नाराजगी तेरी
देख लेना
एक दिन जानले लेगी मेरी
देख लेना
एक दिन जानले लेगी मेरी
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नाराज़ हो कर भी नाराज़ नहीं होते
ऐसी मोहब्बत है तुमसे
ऐसी मोहब्बत है तुमसे
Narazgi poetry sms
तुम मेरी कल थी
और मैं आज हो गया हूं
अब मैं मनाने नहीं आऊंगा
क्योंकि मैं नाराज हो गया हूं
और मैं आज हो गया हूं
अब मैं मनाने नहीं आऊंगा
क्योंकि मैं नाराज हो गया हूं
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मुझसे नाराज़ हो क्या
जो नज़रे हमसे चुराते हो
वो कौनसी ऐसी बात है
जो होथो मै अपनी दबाते हो
जो नज़रे हमसे चुराते हो
वो कौनसी ऐसी बात है
जो होथो मै अपनी दबाते हो
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तेरी नाराज़गी, मेरी दीवानगी
चल देखें किसकी उम्र ज्यादा है
चल देखें किसकी उम्र ज्यादा है
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आज मौसम भी कमबख्त खुशमिज़ाज है
क्या करे अब हमारा यारा थोड़ा नाराज है
क्या करे अब हमारा यारा थोड़ा नाराज है
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निकाल दिए गए कुछ दिलों से,उन्हें हमसे गीला भी नहीं
और एक हम हैं के कबसे ज़हेन में नाराजगी लिए बैठे हैं
और एक हम हैं के कबसे ज़हेन में नाराजगी लिए बैठे हैं
Narazgi sms
अजीब शख्स है नाराज हो
के हंसता है मैं चाहता हूँ
खफा हो तो खफा ही लगे
के हंसता है मैं चाहता हूँ
खफा हो तो खफा ही लगे
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तेरी बात को खामोशी से मान लेना
ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का
ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का
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आप नाराज हो जाएं, रूठ जाएँ, खफा हो जाएँ
बात इतनी भी ना बिगड़े की जुदा हो जाए
बात इतनी भी ना बिगड़े की जुदा हो जाए
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रिश्ते दूर तक चलते अगर
नाराजगी की उम्र कम हो
नाराजगी की उम्र कम हो
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नाराज हूँ मै उससे उसने मनाया भी नही
वो लोगो से कहता फिरता है बेवफा हूँ मै
वो लोगो से कहता फिरता है बेवफा हूँ मै
Narazgi urdu poetry
किसी को मनाने से पहले ये जान लेना
कि वो तुमसे नाराज है या परेशान
कि वो तुमसे नाराज है या परेशान
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नाराज़गी उनसे भले बेशुमार रहती है
पर उन्हें देखने की चाहत बरकरार रहती हैं
पर उन्हें देखने की चाहत बरकरार रहती हैं
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जब से तुमने रुठे को मनाना छोड़ा दिया
तब से हमने खुदा से भी नाराज होना छोड़ दिया
तब से हमने खुदा से भी नाराज होना छोड़ दिया
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कुछ नाराज़गी सिर्फ गले लगने से ही
दूर होती हैं समझने समझाने से नहीं।
दूर होती हैं समझने समझाने से नहीं।
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नाराज़गी हो तो जता लेना
लेकिन नफ़रत न करना
चाहत किसी और हो जाएं तो बता देना
बस बेवफाई न करना
लेकिन नफ़रत न करना
चाहत किसी और हो जाएं तो बता देना
बस बेवफाई न करना
Shayari on narazgi in hindi
मेरी फितरत में नहीं है किसी से नाराज होना
नाराज वो होते हैं जिनको अपने आप पर गुरुर होता है
नाराज वो होते हैं जिनको अपने आप पर गुरुर होता है
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बेशक मुझपे गुस्सा करने का हक है तुम्हे
पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना
पर नाराजगी में हमारा प्यार मत भूल जाना
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मुझको छोङने की वजह तो बता देते
मुझसे नाराज़ थे या..मुझ जैसे हज़ारों थे
मुझसे नाराज़ थे या..मुझ जैसे हज़ारों थे
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खामोशियां ही बेहतर हैं
शब्दों से लोग नाराज़ बहुत हुआ करते हैं
शब्दों से लोग नाराज़ बहुत हुआ करते हैं
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जैसे मैं तुम्हारी हर नाराजगी समझता हूं
काश वैसे ही तुम मेरी सिर्फ एक मजबूरी समझते
काश वैसे ही तुम मेरी सिर्फ एक मजबूरी समझते
Narazgi poetry for friend | Narazgi shayari rekhta ji wali
मेरी नाराज़गी को मेरी
बेवफ़ाई मत समझना
नाराज़ भी उसी से होते है
जिससे बेइंतिहा मोहब्बत हो
बेवफ़ाई मत समझना
नाराज़ भी उसी से होते है
जिससे बेइंतिहा मोहब्बत हो
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नाराज़गी भी एक खूबसूरत रिश्ता है
जिससे होती है वो दिल और दिमाग
दोनों में रहता है।
जिससे होती है वो दिल और दिमाग
दोनों में रहता है।
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वो शख्स कुछ नाराज़ सा था मुझ से
शायद नाराजगी के साथ अकेले घर जा रहा था
चेहरा भी कुछ खामोश सा था उसका
लेकिन शोर उसकी आंखो में नजर आ रहा था
शायद नाराजगी के साथ अकेले घर जा रहा था
चेहरा भी कुछ खामोश सा था उसका
लेकिन शोर उसकी आंखो में नजर आ रहा था
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बेशक किसी की गलती पर उससे
नाराज रहो मगर इतना भी नाराज़ मत हो जाओ
की वो इंसान को खुदसे ही नफरत हो जाए
नाराज रहो मगर इतना भी नाराज़ मत हो जाओ
की वो इंसान को खुदसे ही नफरत हो जाए
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नाराज़गी है न जाने फिर भी ये दिल क्या चाहता है
ख्याल तुम्हारा अक्सर रूठने के बाद भी आता है
ख्याल तुम्हारा अक्सर रूठने के बाद भी आता है
Narazgi poetry in urdu sms
नाराज़गी जताने की बात हुई थी
मगर खुद रूठ के बैठ गए
मगर खुद रूठ के बैठ गए
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नाराज़गी भी है लेकिन किसको दिखाऊं
प्यार भी है लेकिन किस से जताऊँ
वो रिश्ता ही क्या जिसमे भरोसा ही नहीं
अब उनपर हक़ ही नहीं कैसे बताऊं
प्यार भी है लेकिन किस से जताऊँ
वो रिश्ता ही क्या जिसमे भरोसा ही नहीं
अब उनपर हक़ ही नहीं कैसे बताऊं
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किस बात पे खफा हो
नाराज लग रहे हो
लगते हो जैसे हरदम
ना आज लग रहे हो
हमें कहाँ है सलीका नाराज़ होने का
वो मुस्कुरा भी जाते तो हम मान जाते
किस बात पे खफा हो
नाराज लग रहे हो
लगते हो जैसे हरदम
ना आज लग रहे हो
हमें कहाँ है सलीका नाराज़ होने का
वो मुस्कुरा भी जाते तो हम मान जाते
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गुस्सा मुझे भी आया था नाराज़
वो भी था बस एक रिश्ता कायम
रखना था इसलिए में थोड़ा शांत
भी था।
वो भी था बस एक रिश्ता कायम
रखना था इसलिए में थोड़ा शांत
भी था।
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अब पूछते भी नहीं की बात क्यों नहीं करते
इतनी नाराज़गी भी ठीक नहीं सनम
इतनी नाराज़गी भी ठीक नहीं सनम
Narajgi shayari hindi
देखो नाराज़गी मुझसे ऐसे भी जताती हैं वो
छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही
छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही
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यहाँ सब खामोश है कोई आवाज़ नहीं करता
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता
सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता
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नजाने किसी नाराजगी थी हमारी उनसे
यूँ मनाने की सोचा भी उनको करते है
हर पल चाहा भी उनको करते हैं
जबकि रुलाया भी वही करते हैं।
यूँ मनाने की सोचा भी उनको करते है
हर पल चाहा भी उनको करते हैं
जबकि रुलाया भी वही करते हैं।
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नाराजगी उनकी हम सह ना सकेंगे
वो दूर चले जाए तो हम रह ना सकेंगे
ताउम्र साथ निभाने का अब कर दिया है वादा
तो अपनी बातो से अब हम मुकर ना सकेंगे
वो दूर चले जाए तो हम रह ना सकेंगे
ताउम्र साथ निभाने का अब कर दिया है वादा
तो अपनी बातो से अब हम मुकर ना सकेंगे
आपको नाराजगी शायरी का ये आर्टिकल अच्छा लगा होगा, दोस्तों एक बात कहनी थी यदि आपके पास भी नाराजगी पर शायरियां हैं तो उन्हें आप नीचे कमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते हैं।