टूटे हुए दिल का दर्द शायरी पढ़ें हिंदी में | Dil ka dard shayari

दिल में एक दर्द तो तब होता है जब व्यक्ति को हार्ट अटैक आता है। और दूसरा दर्द वो है जब कोई आपका दिल तोड़ देता है, ऐसे दिल का दर्द बहुत ही अजीब होता है न आप किसी से कुछ कह पाते हैं और न समझा पाते हैं। डॉ के पास भी प्यार में टूटे दिल के दर्द का कोई इलाज नहीं है। इसीलिए दोस्तों अपना दिल संभाल के रखिये और हर किसी को ये दिल न दें वरना पछताना पड़ सकता है। तो ऐसे टूटे हुए दिलों के द्वारा जो अनुभव है उसे हमने इस लेख में दिल का दर्द शायरी के नाम से संकलन किया है, पोस्ट का पूरा मजा लेने के लिए इसे पूरा पढ़ें। dard dil shayari photo, image
 
टूटे हुए दिल का दर्द शायरी पढ़ें हिंदी में | Dil ka dard shayari

Dil ka dard shayari



तेरे दिल की महफिल सजाने आए थे
तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे
ये तो बता किस बात की सजा दी तूने ओ बेवफा
हम तो तेरे दर्द को अपना दर्द बनाने आए थे


---


खेलना अच्छा नहीं किसी के नाज़ुक दिल से
दर्द जान जाओगे जब कोई खेलेगा आपके दिल से


---


दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने यूँ ही
सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।


---


दर्द बनकर ही रह जाओ हमारे साथ
सुना है दर्द बहुत देर तक साथ रहता है


---


ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,दिल में
तेरे कोई और बस जाये तो बता देना
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना


Dil dard shayari | dil bhari shayari



चलते हैं अंगारों पर ओढ़े चादर इश्क़ की
थाम लेते हैं पलको पर अश्क-ए-तूफान को
सुलगते हैं दर्द -ए-दिल में लिए याद महबूब की
आंसूओं में ना बहाते रिसते हुए “जख्म” को


---


रूह-ए-बसर होने तक,तुझको खबर होने तक
मैं दिल को तोड़ जाऊंगा मैं घर को लौट जाऊंगा


---


रात को आराम से हूँ मैं न दिन को चैन से
हाए ऐ वहशते दिल, हाए हाए दर्द-ए-दिल


---


कहां कोई ऐसा मिला जिसपे दिल लुटा देते
हर एक ने धोखा दिया किस किसको भुला देते
अपने दिल का दर्द दिल ही में दबाये रखना है
करते बयां तो महफ़िल को रुला देते


---


उम्र भर ये मेरे दिल को तडपायेगा
दर्द-ए-दिल अब मेरे साथ ही जायेगा


Dard e dil shayari | dard e shayari



तेरी याद में आहें भर ता है दिल
बेतलब मोहब्बत तुझसे करता है
दिल,फिर क्यों तू दगा दे गयी
अब प्यार के नाम से डरता है दिल


---


जाने क्यों लोग मोहब्बत किया करते हैं
दिल के बदले दर्द-ए-दिल लिया करते हैं


---


इश्क़ में मेरा इस कदर टूटना तो लाजमी था
काँच का दिल था और मोहब्बत पत्थर से की थी


---


अभी से क्यों छलक आये तुम्हारी आँख में आंसू
अभी तो छेड़ी ही कहा हे दर्द-ए-दिल की दास्तान हमने


---


दुनिया से अपना हर दर्द छुपा लेना
ख़ुशी न मिले तो गम गले लगा लेना
कोई अगर कहे मोहब्बत आसान होती है
तो उसे मेरा टूटा हुआ दिल दिखा देना


Dil ka dard shayari



हर घड़ी इक नया हादसा हो गया
दर्द-ए-दिल यूँ बढ़ा, ख़ुद दवा हो गया


---


दिल का दर्द दिल तोड़ने वाला क्या जाने
प्यार के रिवाजों को ये ज़माना क्या जाने
होती है इतनी तकलीफ लड़की पटाने में
ये घर बैठा उसका बाप क्या जाने


---


दर्द-ए-दिल को ताब आ जाए
जिसमे तुम हो काश कहीं से वो ख़्वाब आ जाए


---


जाने लागे जब वो छोड़ के दामन मेरा
टूटे हुए दिल ने एक हिमाक़त कर दी
सोचा था कि छुपा लेंगे ग़म अपना
मगर कमबख्त आँखों ने बगावत कर दी


---


हम तो उसको ही समझते हैं दर्द-ए-दिल
वो जो बेवफाई भी दे तो आँचल भर लो
जाके दम तोड़े भी तो उसकी बाहों मे
उसे उम्मीद की लहरों का साहिल कर लो


Dard e dil shayari in hindi



ज़रा सी ज़िंदगी है अरमान बहुत है
हमदर्द नहीं कोई पर इंसान बहुत है
दिल का दर्द सुनाये किसको,जो शख्स
दिल के करीब है वो अंजान बहुत है


---


नासमझ तो वो ना थे इतना
के प्यार को हमारे समझ ना सके
पेश किया दर्द-ए-दिल हमने नगमों मे
उसे भी वो सिर्फ “शेर” समझ बैठे


---


मुझे परहेज है ज़ख्मों की नुमाइश से
मेरे हमदर्द रहने दे दिले-बीमार की बातें


---


हल्का हल्का सा दर्द ए दिल
हल्की हल्की ये ठंडी हवाएँ
तुम्हारा यादों में आने का
अंदाज ही अलग है


---


वो सिलसिले वो शौक वो ग़ुरबत न रही
फिर यूँ हुआ के दर्द में शिद्दत न रही
अपनी ज़िन्दगी में हो गए मसरूफ वो इतना
कि हम को याद करने की फुर्सत न रही


Dard bhari shayari dil ki



मुझे दर्द-ए-ईश्क का मजा मालुम है
दर्द -ए-दिल की इंतहा मालुम है
मुस्कुराने की दुआ न दो
पल भर मुस्कुराने की सजा मालुम है


---


दिल जो टूटा तो कई हाथ दुआ को उठे
ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझें


---


गर लफ्ज़ों में कर सकते बयान इंतेहा-ए-दर्द-ए-दिल
लाख तेरा दिल पत्थर का सही, कब का मोम कर देते


---


मुझे दर्द-ए-दिल का पता न था
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेले यूँ ही मजे में था
मुझे आप किसलिए मिल गए


---


यह ग़ज़लों की दुनिया भी अजीब है
यहाँ आँसुओं का भी जाम बनाया जाता है
कह भी देते हैं अगर दर्द-ए-दिल की दास्तान
फिर भी वाह-वाह ही पुकारा जाता है


Dard dil shayari



दर्द के दामन में चाहत के कमल खिलते हैं
अश्क की लकीर पर यादों के कदम चलते हैं
रेंगते ख्यालों में नजर आती हैं मंजिलें
जब भी निगाहों में ख्वाबों के दिए जलते हैं


---


दर्द-ए-दिल का इलाज़ कोई हक़ीम कर न पाया
कुछ ऐसे ज़ख़्म मिले ज़िन्दगी से जिन्हे वक़्त भी भर न पाया


---


इश्क करने वालों का यही हश्र होता है
दर्द-ए-दिल होता है, रह रह के सीने में
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते हैं
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता है


---


गिर पड़े हें आँसू मेरे कागज पे लिखते वक्त
लगता हें कलम में स्याही कम दिल में दर्द ज्यादा हैं


---



दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर दिल में जगाया आपने
पहले तो मैं शायर था आशिक़ बनाया आपने


Dard e dil shayari in urdu



दर्द ए दिल को सीने में , छुपाना आ गया
मचलती हसरतों को अब , दबाना आ गया
ना रखता हूँ उम्मीद ए वफा , एहले जहाँ में
हसीन चेहरों से नकाब , हमें उठाना आ गया


---


हर दर्द को दफ़न कर गहराई में कहीं
दो पल के लिए सब कुछ भुलाया जाए
रोने के लिए घर में कोने बहुत से हैं
आज महफ़िल में चलो सबको हँसाया जाए


---


किन लफ़्ज़ों में बंया करूँ दर्द-ए-दिल को मैं
सुनने वाले तो बहुत हैं, समझने वाला कोई नही


---


हमनें जब किया दर्द-ए-दिल बयां, तो शेर बन गया
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया, दर्द और बढ़ गया
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में है ख़त लिखा
जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया


---


देख लिया हमने हर बार हर दफ़ा कर के
बस दर्द-ए-दिल ही पाया है वफ़ा कर के


Dil ko dard dene wali shayari



कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे
ऐसा कर ये खुदा मेरी हस्ती मिटा दे
यु घुट घुट के जिने से तो मौत बेहतर है
मैं कभी ना जागू मुझे ऐसी नींद सुला दो


---


हम पर सौ जुल्म-ओ-सितम किजिये
बस एक बार मिलकर दर्द-ए-दिल की दवा किजिये


---


दर्द का साज़ दे रहा हूँ तुम्हे
दिल का हर राज़ दे रहा हूँ ‍‌तुम्हे
ये गज़ल-गीत सब बहाने हैं
मैं तो आवाज़ दे रहा हूँ ‍‌तुम्हे


---


ना तस्वीर है उसकी जो दिदार किया जाऐ
ना पास है वो जो उससे प्यार किया जाऐ
ये कैसा दर्द दिया उस बेदर्द ने
ना उससे कुछ कहा जाऐ..ना उसके बिन रहा जाऐ


---


बयाँ करना मोहब्बत को आसान न हुआ था
ये जो दर्द है कैसे कह दूँ कि ये तुमने दिया है


Dil ki dard bhari shayari



ये कलम भी कमबख्त बहुत दिलजली हैं
जब जब भी मुझे दर्द हुआ ये खूब चली हैं


---


एक बात सिखाई है ताजुर्वे ने हमें
एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवा है


---


दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा


---


किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर


---


मेरे इस दर्द की वजह भी तो वो हैं
और मेरे इस दर्द की दवा भी तो वो हैं
वो नमक मेरे ज़ख्मों पर लगाते हैं तो क्या
मेरी मोहब्बत करने की वजह भी तो वो हैं


Dil dard bhari shayari



किस्मत के तराज़ू में तो फकिर हैं,हम
और दर्द दे दिल में हम सा कोई नहीं


---


शायरी में कहाँ सिमटता है दर्द दिलों का
बहला रहे हैं खुद को जरा कागजों के साथ


---


दर्द-ए-दिल जुदाई सहना आहसान नही होता
कीमती चीज़ का हर कोई काबिल नही होता
यह तो रब की मेहेरबानी है,वरना दोस्त हर
किसी के नसीब मैं नही होता


---


लोग जलते हैं मेरी मुस्कान पर
मैंने अपने दर्द की कभी नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला उसे अपना लिया
जो न मिला उसकी कभी ख्वाहिश न की


---


मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया


Shayari dard dil | dil dard sad shayari



यूँ तो हर दिल में एक दर्द नया होता है
बस बयान करने का अंदाज़ जुदा होता है
कुछ लोग दर्द आँखों से बहा लेते हैं
और किसी की हँसी में दर्द छुपा होता है


---


मुझे बहुत प्यारी है तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी
अब चाहे वो दिल का दर्द हो या आँखों का पानी


---


न रोने की सज़ा है न रुलाने की सज़ा है
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू
उस शख्स से ये दिल को लगाने की सज़ा है


---


उसके दिल पर भी क्या खूब गुजरी होगी
जिसने इस दर्द का नाम मोहब्बत रखा होगा


---


लोग इंतज़ार ही करते रहे हमें टूटा हुआ देखने के लिए
और एक हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए


Dard dil shayari in hindi | dil se bhari shayari



ये सच है कि हम मोहब्बत से डरते हैं
क्यूँ कि ये प्यार दिल को बहुत तड़पाता है
आँख में आँसू तो हम छुपा सकते हैं
दर्द-ए-दिल दुनिया को पता चल जाता है


---


गुलशन की बहारों पे मोहबत का जाम लिखा है
आज फिर उस ने किताबों पे मेरा नाम लिखा है
मेरा ये दर्द तो इसी तरह मेरी दुनिया में सामिल रहेगा
कुछ सोच के ही उस ने मेरा ये अंजाम लिखा है


---


आँसू भी आते हैं और दर्द भी छुपाना पड़ता है
ये जिंदगी है साहब यहां जबरदस्ती भी मुस्कुराना
पड़ता है


---


तुम्हारी आरज़ू ही मेरा ख्वाब है
जिसका हर रास्ता बेहद खराब है
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा मेरे चेहरे से न लगा
मेरे दिल का हर पन्ना एक दर्द भरी किताब है


---


दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है


---


अगर मोहब्बत की कोई हद नहीं होती
तो इश्क़ में दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं

दोस्तों आज का ये आर्टिकल दिल का दर्द आपको बहुत अच्छा लगा होगा आप ऐसे ही हमारा साथ देते रहिये, क्यूंकि हम आपके लिए हमेशा कुछ नया और अच्छा लेके आते रहेंगे। आप भी हमें अपनी शायरी कमेंट के द्वारा दे सकते हैं यहाँ डेली हजारों लोग आते हैं जो कमेंट में आपकी भी शायरी पढ़ेंगे। 
Post a Comment (0)
Previous Post Next Post